मेरी प्यारी सखियों,
आज अपने कुछ विचार आप सबसे साझा करने का मन कर रहा है।
लॉक डाउन के चलते जिन्दगी की रफ्तार थम सी गयी है, लेकिन आप इसको विशेष बना सकती हैं।
हर नारी की तमन्ना होती है कि वह एक लाडली पत्नी , मॉं एवं बहू हो ।
सबसे पहले आप अपना energy level आंकें, उसको 24 hours * 21 days में डिवाइड कर लें । सुपर वुमैन बनने की कोशिश न करें। बच्चे और पति घर मे हैं, तो आप बढिया पकवान बना कर थोडी तारीफ के लिए उनकी सेहत खराब न करें और स्वयं को exhaust न करें , उतना ही काम फैलाइये, जो आप बिना चिकचिक के अपने बूते पूरा कर सकती हैं। काम करने का अहसान न दिखायें । इस परिस्थिति मे आप खुश रहेगीं और पति बच्चों पर ताने नहीं कसेंगी, तो यकीनन अपरोक्ष रूप में बच्चों पर बहुत अच्छा असर पडेगा।
बच्चे अन्जाने ही सीखेंगे कि कठिन परिस्थिति मे कैसे balanced रहना है ? बच्चों से घर के छोटे छोटे काम करवाइये जैसे दूध उबालना, आटा गूंथना , खाने की टेबल लगवाना, झाडू लगवाना आदि । यह कवायद बच्चों की काम के प्रति झिझक खत्म करेगी और भविष्य में उनके काम आयेगी।
सबकी पसन्द के चक्कर मे अलग-अलग खाना न बना कर इसको टर्न अनुसार कर दें।
यह आपके परिवार के लिए बहुत अच्छा समय है और बच्चों से गप्पें लगाने का भी । वो दोस्तों से चैटिंग या नेट पर पूरे दिन बैठे रहें, इससे उनको बाहर निकालने के लिये ढेर सारी बातें करिये।
अपनी बचपन की शैतानियां, बच्चों को बतायें । उनको शायद आपके ग्रांड पेरेन्ट्स के नाम भी न पता हों। बच्चो को पुराने एलबम दिखाइये । चाहें तो ड्राइंग रूम की सजावट का सामान एक तरफ सरका कर बच्चों के कूदने की जगह बना दें। अपने बचपन के खेलकूद याद कीजिये और बच्चों के साथ खेलिये।
आगे की रणनीति बना लीजिये, क्योंकि जैसे ही सब नार्मल होगा, लाइफ बहुत तेजी से भागेगी। शायद जेन्ट्स पहले से ज्यादा व्यस्त हो जायेंगे। ये समय है उनको physically और mentally relax होने देने का ।
कोरोना के चक्कर में अन्य precautions मत भूलियेगा। मच्छरों से भी बचाव करते रहिये।
अरे ! हम तो afford कर सकते हैं इस गुमान मे सडे-गले सब्जी फल नहीं खाइयेगा। विटामिन सी को बढाने के लिए नारियल पी सकते हैं, क्योंकि इसको आप साबुन पानी में २० से ३० मिनट तक रख सकते हैं ।
आप घर की मलिका और घर की धुरी हैं । इस विषम परिस्थिति में आपका रोल परिवार में बहुत important है । न तो आपके पास बीमार पड़ने का समय है (so pls take care of your health)
ना ही नखरे दिखाने का..! ये उचित समय है। ये समय है सबको सम्भालने का , प्यार, समझ और धैर्य से यह जताने का कि महिला ज़रूरत पड़ने पर हर हाल में सम्पूर्ण है ।
अनेक शुभकामनाएं..!
*श्रीमती अर्चना गुप्ता*
पूर्व अध्यक्षा, पश्चिम रेलवे महिला समाज सेवा समिति